Ketu ॐ कें केतवे नमः, ketu in astrology, Ketu 2020 Horoscope Reader, Vastu Numerolgy Kundali Astrologic vedik Zohiac sign
केतु Ketu Planet
केतु ग्रह
केतु, एक राक्षस का सिर है, यह सिर भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन के समय मोहिनी अवतार रूप में काट लिया था, माना जाता है कि केतु का पूरी सृष्टि पर आध्यात्मिक प्रभाव रहता है।ज्योतिष्यो का मानना है कि केतु एक छाया ग्रह है, इस का कोई आकार नहीं है।
राहु और केतु एक दूसरे से 180 अंश पर रहते है, यानी कि आमने-सामने रहते हैं।
केतु और राहु दोनो मिल कर काल सर्प योग बनाते हैं।
केतु की चाल भी हमेशा राहु की तरह वक्री होती है।
वर्ण = कृष्ण
रंग = धुएं के समान
तत्व = पृथ्वी
देवता = गणेश
धातु = सीसा
भोजन = चना
कारक = तर्क, बुद्धि ज्ञान, वैराग्य, कल्पना, अंतदृष्टि , व अन्य मानसिक गुणों का कारक है।
केतु = एक राशि में 18 माह रहता है।
केतु ग्रह जातक को ऊँचाइयों पर पहुँचता है। केतु भक्तों को खूब धन सम्पदा देता है।
केतु मनुष्यों के लिए ख्याति प्राप्त करता है।
नक्षत्र = अश्विनी, मघा, और मूल
केतु गायत्री मंत्र
ॐ धूम्रवर्णाय विद्महे कापोनवाहनाय धीमहि तन्न: केतु: प्रचोदया।
केतु मंत्र = ॐ कें केतवे नमः
मेरे प्यारे दोस्तों, तथा बहनो व भाइयो, आप सब के लिए मै खूबसूरत तरीके से लिख कर अपने शब्द, आप के सामने पेश करता हूँ. यदि आप को पसंद आए हो शेयर करें यह मेरे लिए बहुत सम्मानीय रहेगा और मेरा मनोबल बढ़ेगा .
यदि आप की कोई समस्या हो तो शनिवार को फ़ोन पर पूछ कर समस्या का हल पा सकते हैं. किसी भी समस्या का हल पाने की लिए अपना समय बुक करे.
https://12vastu.blogspot.com
Cont: 9999796677
0 Comments:
एक टिप्पणी भेजें